जयपुर: राजस्थान पेपर लीक मामले में पुलिस का विशेष अभियान समूह (एसओजी) लगातार जांच में जुटी हुई है. इसी कड़ी में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा के दफ्तर से बरामद किए गए दस्तावेजों की जांच एसओजी द्वारा किया जा रहा है. सोमवार को तलाशी के दौरान बरामद किए गए इन दस्तावेजों को 2021 सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा पेपर लीक से जुड़ा माना जा रहा है.
मंगलवार को एसओजी ने कटारा समेत पूर्व आरपीएससी सदस्य रामू राम रायका और उनके बच्चों शोभा व देवेश को कोर्ट में पेश किया. कटारा को तीन दिन की रिमांड पर रखा गया, जबकि रायका, शोभा और देवेश की रिमांड दो दिन बढ़ा दी गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सूत्रों ने संकेत दिया है कि आरोपी जांचकर्ताओं के साथ पूरा सहयोग नहीं कर रहे हैं और पूछताछ से बचने की कोशिश कर रहे हैं.
एक अधिकारी ने कहा, ‘हम पेपर के निशान का पता लगाने और यह पहचानने की कोशिश कर रहे हैं कि इसमें कितने लोग शामिल थे. हमें संदेह है कि कटारा ने सीधे पेपर सेट करने वालों से प्रश्न खरीदे होंगे और उन्हें रायका को सौंप दिया होगा.’ एक अधिकारी ने कहा, रायका और कटारा दोनों ने क्रॉस-क्वेश्चन के दौरान स्वीकार किया कि कटारा ही वह व्यक्ति था जिसने रायका को परीक्षा का पेपर दिया था.
FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 12:44 IST