रिपोर्ट– धर्मेंद्र कुमार सिंह।
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फार्मेसी संस्थान में चैथा राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह 2024 मनाया गया। सोमवार को संस्थान में फार्माकोविजिलेंस में फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें फार्माकोविजिलेंस द्वारा दवा के प्रतिक्रियाओं का पता लगाने, मूल्यांकन करने और बाजार में दवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुनील कुमार यादव, मुख्य फार्मासिस्ट, लखनऊ और पूर्व अध्यक्ष, राज्य फार्मेसी काउंसिल, उत्तर प्रदेश ने बताया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा में फार्मासिस्टों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। वर्तमान में दवा से संबंधित नए या अप्रत्याशित जोखिमों का पहचान करना आवश्यक है। इसलिए फार्मासिस्टों को दवाओं की प्रोफाइल अच्छे तरीके से बनानी चाहिए। इससे मरीज को दवा उपलब्ध कराने में सुविधा रहेगी। उन्होंने टोल-फ्री नंबर 18001803024 पर दवा की प्रतिक्रियाओं का रिपोर्ट करने व फार्मासिस्टों के लिए उपलब्ध वेबसाइट के बारे में भी अवगत कराया।
कार्यक्रम में फार्मेसी संस्थान के निदेशक प्रो0 शैलेन्द्र कुमार ने भी संबोधित किया। संचालन कुणाल अगम कनौजिया ने किया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विमल कुमार यादव और डॉ. अजय कुमार शुक्ला द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार, डॉ. सिंधु सिंह, डॉ. अंकुर श्रीवास्तव, डॉ. विष्णु प्रसाद यादव, डॉ. दीपा यादव, विनीत भारती सहित अन्य आनलाइन जुड़े रहे।