रिपोर्ट- अनूप कुमार जायसवाल।
अयोध्या। यह सब कुछ यहां आने वाले श्रद्धालुओं को श्रीराम चरित मानस और वाल्मीकि रामायण की चौपाईयों और उनसे जुड़े चित्र के रूप में दिखेगा। इन भित्ति चित्रों अर्थात म्यूरल आर्ट को हर ओर उकेरने का काम तेजी से चल रहा है।इतना ही नहीं भगवान राम से जुड़े इन चित्रों की जानकारी भी उसके साथ ही हिंदी के साथ अंग्रेजी में भी अंकित की जा रही है।
जिससे हिंदी भाषी क्षेत्र के देश-विदेश के राम भक्त या टूरिस्ट भी इसे समझ कर अयोध्या की संस्कृति की व्यापकता को समझ और अपना सकें।अयोध्या के पक्काघाट से लेकर राजघाट तक अभी तक न केवल श्रद्धालुओं के बैठने के लिए पिंक सैंड स्टोन के बेंच और भव्य मंडप बनाए जा रहे हैं।
बल्कि घाट के चौड़ीकरण के साथ उनके किनारों पर भगवान श्रीराम की महिमा उकेरी जा रही है। इसमें श्रीराम चरित मानस के सभी सात कांड बालकांड, सुंदर कांड, अयोध्या कांड लंका कांड आदि से जुड़ी प्रमुख घटनाओं को उकेरा जा रहा है।