अयोध्या। अयोध्या में अल्ताफ़ रज़ा ने दर्शकों का जीता दिल:”जा बेवफा, जा बेवफा हमें प्यार नहीं करना” गानों ने उनकी प्रस्तुति में लगा दिए चार चांद।
आवारा हवा का झोंका हूं, आ निकला हूं पल दो पल के लिए… गाने के यह बोल जैसे ही मंच से सुनाई दिए तो लोग कुर्सियां छोड़कर खड़े हो गए। चारों तरफ तालियों की गूंज सुनाई देने लगी। भीड़ से भरे पंडाल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि अल्ताफ रजा को सुनने के लिए लोग आज भी उतने ही बेताब है। अल्ताफ रजा ने आने से जिसके आए बहार, हम वो दीवाने है जो ताजा हवा लेते है, दिल सच्चा , हमें तो लूट लिया, मिल के हुश्न वालों ने गाकर लोगों को पुराने दौर में पहुंचा दिया। इसके बाद एक के बाद एक प्रस्तुति ने लोगों की शाम यादगार बना दी। अयोध्या महोत्सव में चौथे दिन प्रसिद्ध गायक अल्ताफ़ रज़ा ने अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने अपनी ग़ज़ल और गीत की प्रस्तुति से समा बांध दिया,प्रसिद्ध सिंगर को अपने बीच मे पाकर दर्शक काफ़ी उत्साहित दिखे। इस शानदार शाम में अल्ताफ राजा की गहराई और जादुई आवाज ने हर किसी को एक अलग अनुभव दिया, जो लंबे समय तक याद रहेगा। दर्शकों की खुशी और उत्साह ने यह साबित कर दिया कि आज भी अल्ताफ राजा के गाने लोगों के दिलों में बसते हैं।
इसके बाद उन्होंने अपनी एक से एक गजलें और गीत सुनाकर पंडाल में मौजूद श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. तीन घण्टे से ज्यादा चले इस प्रोग्राम में उंन्होने अपनी फेमस गजल “हम तो ठहरे परदेसी, साथ क्या निभाओगे” से लेकर, तमाम नई पुरानी गजलें और गीत सुनाए. आप भी लुत्फ उठाइये…
अयोध्या महोत्सव न्यास के अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने अंग वस्त्र व मोमेंटो देकर स्वागत किया। इस दौरान अयोध्या महोत्सव न्यास के प्रबंधक आकाश अग्रवाल, प्रबंध निदेशक नाहिद कैफ़ ,संगठन महासचिव अरुण द्विवेदी, महासचिव ऋचा उपाध्याय, संयुक्त सचिव बृजेश ओझा,संगठन सचिव जनार्दन पाण्डेय,
देखें अल्ताफ राजा का अयोध्या महोत्सव में परफोर्मेंस 👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻
उज्ज्वल चौहान, गौतम सिंह, निकिता चौहान, तनु पांडेय, प्रभारी सूर्यांश चोपड़ा ,मीडिया प्रभारी श्री प्रकाश पाठक,आज़ाद सदक,डॉ अम्बिकेश त्रिपाठी, शिप्रा श्रीवास्तव, शशांक उपाध्याय,सूर्यांश चोपड़ा, अवनीश सिंह,अभिनव दूबे,अनूप द्विवेदी, अंकित श्रीवास्तव, ताहा, अनिकेत जायसवाल , प्रीती श्रीवास्तव, धीरज सिंह , विपिन बिहारी आदि मौजूद रहे l
अयोध्या महोत्सव : कला गांव बना आकर्षण का केंद्र
अयोध्या महोत्सव में कला गांव आकर्षण का केंद्र बन गया है। इस कला गांव में सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और प्रदर्शित किया जा रहा है, जो पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है।
कला गांव में विभिन्न प्रकार की कलाओं का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें चित्रकला, मूर्तिकला और अन्य पारंपरिक कलाएं शामिल हैं। यहां पर्यटक विभिन्न प्रकार की कलाओं का आनंद ले सकते हैं और सांस्कृतिक विरासत को जान सकते हैं। कला गांव कलाकारों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक मंच भी प्रदान करता है। यहां कलाकार अपनी कला को प्रदर्शित कर सकते हैं और अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं।अयोध्या महोत्सव के आयोजकों का कहना है कि कला गांव का मकसद सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और प्रदर्शित करना है, साथ ही कलाकारों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करना है।
अयोध्या महोत्सव: झूला मेला और स्टॉल शहर में उमड़ी भीड़, पर्यटकों ने लिया आनंद
अयोध्या महोत्सव में झूला मेला और स्टॉल शहर ने वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। इस मेले में विभिन्न प्रकार के झूले और स्टॉल लगाए गए हैं, जो वासियों के लिए एक मनोरंजन का स्थल बन गया है। झूला मेले में बच्चों और युवाओं के लिए विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए हैं, जिनमें रोलर कोस्टर, फेरिस व्हील और अन्य आकर्षक झूले शामिल हैं इसके अतिरिक्त खाने-पीने के स्टॉल, कपड़े के स्टॉल और अन्य आकर्षक स्टॉल शामिल हैं।