भारत की सांस्कृतिक धरोहर वसुधैव कुटुंबकम हैः प्रो0 मंजुला।
विवि में पर्यावरणीय अर्थशास्त्र पर आयोजित हुआ राष्ट्रीय कार्यशाला।
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग में पीएम-उषा के साॅफ्ट काॅम्पोनेंट के अन्तर्गत पर्यावरणीय अर्थशास्त्र पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में तीसरे दिन प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रो0 अनामिका चैधरी, विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग, डॉ0 शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ ने वायु प्रदूषण जीवन एवं अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण रखना अत्यंत आवश्यक है। सभी को इसकी प्रति अपनी सोच और दिनचर्या में बदलाव लाना होगा। कार्यशाला के द्वितीय सत्र की वक्ता प्रो0 मंजुला उपाध्याय, प्राचार्या, नवयुग डिग्री कॉलेज,लखनऊ रही। उन्होंने पर्यावरण अर्थशास्त्रः भारतीय अवधारणा और मुद्दे पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर वसुधैव कुटुंबकम पर है। जी-20 में भी ‘वन प्लैनेट वन फैमिली‘ पर जोर दिया गया है। कार्यशाला में उन्होंने भारतीय दर्शन एवं पाश्चात दर्शन का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया।
तकनीकी सत्र की अध्यक्षता कला एवं मानविकीय संकायाध्यक्ष प्रो0 आशुतोष सिंहा ने की। उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण पाने के लिए पर्यावरणीय सुरक्षा का भी ध्यान देना होगा। इसी क्रम में प्रो0 मृदुला मिश्रा, डाॅ0 अलका श्रीवास्तव एवं डॉ0 मीनू वर्मा ने भी पर्यावरणीय अर्थशास्त्र से विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में डाॅ0 अवध नारायण सहित विभागीय शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रही।
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