बीकापुर। बीकापुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी रहे हाजी फिरोज़ खान उर्फ गब्बर ने विद्युत विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की अचानक सेवा समाप्ति किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार को ऐसे तानाशाही फैसले से पहले उन परिवार के बारे में भी सोचना चाहिए जिसकी जीविका इस नौकरी से चल रही थी।।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विद्युत विभाग में विगत 10 से 15 वर्षों से कार्यरत हजारों संविदा कर्मियों को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के एक मई से एकपक्षीय रूप से सेवा से मुक्त कर दिया गया है। यह निर्णय मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा प्राइम वन वर्कफोर्स प्राइवेट लिमिटेड से किए गए अनुबंध (LOI संख्या 98/SE(MM)/MVVNL/GEM/2023/3/4006453, 10 जनवरी 2025 के पश्चात लागू किया गया, जिसमें पूर्व में निर्धारित बोर्ड ऑर्डर के अनुसार आवश्यक मैनपॉवर की व्यवस्था नहीं की गई। इस निर्णय के फलस्वरूप केवल जनपद अयोध्या में ही 400 से 500 संविदा कर्मियों को हटाया गया है, जबकि पूरे प्रदेश में लगभग 25,000 संविदा कर्मियों की सेवाएं अचानक समाप्त कर दी गई हैं। ये सभी कर्मचारी वर्षों से उपकेंद्रों, फील्ड कार्यों व आपातकालीन विद्युत बहाली जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यों में सतत रूप से कार्यरत रहे हैं। मध्यांचल द्वारा लिए गए इस निर्णय से वर्षों से सेवा दे रहे अनुभवी संविदा कर्मियों को अचानक हटाने से उनके एवं उनके परिवारों के समक्ष जीवन यापन का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।आगामी गर्मी के मौसम में विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में इन अनुभवी कर्मचारियों की अनुपस्थिति से विद्युत बहाली में बाधाएं उत्पन्न होगी, इससे आमजन को असुविधा होगा।
