अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत प्रकृति में एकता: वृक्ष, पंख एवं श्वास पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा सात दिवसीय पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है । राजभवन द्वारा निर्देशित बिंदुओं के तहत कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह के विशेष निर्देशन में प्रकृति के प्रति जागरूकता पेड़, पौधे, पक्षियों एवं वनस्पतियों को संरक्षित करने के लिए एवं जन सामान्य को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
पर्यावरण विज्ञान के अध्यक्ष डॉ. विनोद चौधरी ने बताया यह साप्ताहिक प्रदर्शनी अयोध्या जनपद में बर्ड्स मैन के नाम से प्रसिद्ध आजाद सिंह की रिपोर्ट पर आधारित है। डॉ. चौधरी ने बताया कि यह प्रदर्शनी में भारत के देशज वृक्षों, झाड़ियो और लताओं की विस्तृत सूची प्रस्तुत है। इस प्रदर्शनी में लगाए गए पेड़ पौधों की प्रजाति उसका वैज्ञानिक नाम पारिस्थितिकी में उसकी भूमिका, औषधीय उपयोग और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाया गया है। पारिस्थितिकी भूमिका के संदर्भ में कई वृक्ष जैसे नीम, शीशम, बांस और कांस मिट्टी के कटाव को रोकने, वायु को शुद्ध करने और स्थाई पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पीपल, पीलखन जैसे वृक्षों की विशेषता है कि वह रात में भी ऑक्सीजन को छोड़ते हैं और कई प्रजातियों को आश्रय प्रदान करते हैं। औषधि के दृष्टिकोण से वृक्षों की पत्तियां, बीज और फूल आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डॉ. चौधरी ने कहा कि पोस्टर प्रदर्शनी में काफी संख्या में जिज्ञासु एवं छात्र आ रहे हैं। वे वनस्पतियों एवं पक्षियों के आवास एवं उनकी विशेषताओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने जन सामान्य से अपील की है कि पर्यावरण को निकटता से जानने के लिए प्रदर्शनी में अवश्य आए। प्रदर्शनी का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना एवं छात्र-छात्राओं को आसपास के परिवेश से परिचित कराना है। इस प्रदर्शनी में सूरज प्रकाश यादव शोध छात्र, बृजेश कुमार, अदिति बरनवाल, शुभम सिंह, अनशील सिंह, हिमांशु मिश्र, राजकुमार की प्रमुख भूमिका रही।
