शिक्षा। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय व उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय में “पढ़े विश्वाविद्यालय, पढ़े महाविद्यालय” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के दिशा निर्देशन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. साधना सिंह ने किया।
उन्होंने तकनीकी से अच्छादित जीवनशैली में पुस्तकों एवं स्वाध्याय के महत्व की जानकारी दी। बताया कि पुस्तकें छात्रों की कल्पना और रचनात्मकता, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, को बढ़ाने में मदद करती हैं।
इसका व्यक्ति के बेहतर विकास एवं चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होता है। उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. संजय पाठक ने ने कहा कि शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है और आज के वर्तमान समय में सभी का शिक्षित होना बहुत आवश्यक है।
कृषि महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. प्रतिभा सिंह ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एक बेहतर समाज के उत्थान के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को किताबें जरूर पढ़नी चाहिए। किताब पढ़ने से वयक्ति के अंतर बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।
इस मौके पर डा. भगवानदीन, डा. सीएन राम, डा. भानु प्रताप, डा. प्रीति सिंह, डॉ. अनीशा वर्मा, डॉ. बबीता वर्मा, डॉ. ममता आर्या, डॉ अंजना राय एवं डॉ. श्वेता सचान सहित समस्त शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।