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3000 साल पुरानी मूर्ति की संरचना, घड़ी जैसी क्यूआर कोड है।

तस्वीर में देखा जा सकता है कि मूर्ति के हाथ और पैर का हिस्सा साफ नजर आ रहा है जबकि चेहरे वाले हिस्से में एक क्यूआर कोड जैसी संरचना है। 

3000 साल पुरानी एक मूर्ति के सिर वाले हिस्से पर एक क्यूआर कोड जैसी संरचना है। यह स्पष्ट नहीं है कि यह वास्तव में क्यूआर कोड है या नहीं। हालांकि, फोटो में QR कोड जैसी इमेज साफ नजर आ रही है।

मूर्ति की फोटो वायरल हो गई है। तस्वीर देखने के लिए वहां कई लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। गौरतलब है कि आजकल क्यूआर कोड का इस्तेमाल पैसों के भुगतान के लिए अक्सर किया जाता है और इसका इस्तेमाल पिछले 10 सालों में देखा गया है। इसलिए, यह देखना रहस्यमय है कि 3000 साल पुरानी वस्तु में क्यूआर कोड कैसे आया।

दूसरे, यह भी हो सकता है कि उस समय के लोग तकनीकी रूप से दक्ष हों। बेशक, इस बात पर भी चर्चा हुई है कि क्या यह वाकई एक क्यूआर कोड है या कुछ और जो ऐसा ही दिखता है।जो भी हो, जिस तस्वीर में क्यूआर कोड जैसी संरचना दिख रही है, उसे फेसबुक पर शेयर किया गया है और कुछ ही समय में इसे काफी व्यूज मिल चुके हैं। फेसबुक यूजर ‘मिस्टीरियस वर्ल्ड’ ने फोटो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “प्राचीन माया प्रतिमा के चेहरे पर क्यूआर कोड है।” 8 दिसंबर को पोस्ट की गई इस पोस्ट को इन तीन दिनों के भीतर ही 2.5 हजार टिप्पणियों और 2.8 हजार शेयरों के साथ 16 हजार बार देखा जा चुका है।

कैप्शन में यूजर ने इसे क्यूआर कोड होने का दावा किया है, जबकि मूर्ति को प्राचीन माया काल की मूर्ति बताया गया है, जो 1500 ईसा पूर्व के आसपास मैक्सिको, होंडुरास, ग्वाटेमाला और युकाटन प्रायद्वीप में मौजूद थी। तस्वीर में देखा जा सकता है कि प्रतिमा के हाथ और पैर का हिस्सा साफ नजर आ रहा है जबकि चेहरे वाले हिस्से में एक क्यूआर कोड जैसी संरचना है।

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